पुनीत झा/मुज़फ़्फ़रपुर
मुजफ्फरपुर। सूबे के राजस्व एवं भूमि सुधा’र मंत्री रामसूरत राय ने कहा है कि उनकी कोशिश रहेगी कि लोगों को दाखिल-ख़ारिज में जो परेशानियां होती है, भूमि की खरीद के साथ ही उसका निदान हो जाए। जमीन के दावेदारों का एलपीसी बने। जो जमीन के वास्तविक हकदार हैं, उन्हें उसका लाभ मिले। मंत्री ने अपनी प्राथमि’कताओं में दाखिल ख़ा’रिज, एलपीसी और जमाबं’दी की परेशा’नियों को दू’र करने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि प्रावधान के अनुसार सस’मय दाखिल ख़ा’रिज और सूचना के अधिकार के तहत कार्य में शिथि’लता बर’तने वाले संबंधित अंचलाधिकारी, भूमि सुधा’र उप समाहर्ता, एसी व कर्मचारियों के वेतन से निय’मानुसार राशि की वसू’ली की जाएगी। उन्होंने कार्य के प्रति लाप’रवाही बर’तने वाले सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को खास निर्देश देते हुए कहा है कि विभागीय का’र्रवाई कम और विशेष का’र्रवाई ज्यादा हो। निग’रानी द्वारा सा’क्ष्य जुटाकर कर बेई’मान अधिकारी और कर्मचारियों के खि’लाफ क’ड़ी का’र्रवाई की जाएगी। भ्रष्टाचार में संलिप्त कर्मचारी जे’ल जायेंगे।ऐसी व्यव’स्था की जाएगी जिससे वे फिर पदस्थ न हो सकें। उन्होंने कहा है कि आज तक गरीबों के नाम पर केवल राजनी’ती होती रही है, पर गरीबों को कोई ला’भ नहीं मिलता। इसे ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार की आवासीय जमीन को चि’न्हित किया जा रहा है। जिसके बाद प्लॉ’टिंग कर सूची के अनुसार भूमिही’न गरीबों को दख’ल क’ब्ज़ा करवा कर, दाखिल-ख़ारिज के बाद उन्हें रसीद के साथ बासगीत परचा और मालि’काना हक़ हाथो-हाथ दिया जाएगा। इस पर का’र्य चल रहा है।उन्होंने सूबे में अच्छा कार्य करने वाले तीन सीओ, तीन डीसीएलआर और तीन एसी के साथ ही कर्मचारी और अमीन को प्रतिवर्ष अपने वेतन से एक लाख ग्यारह हजार रूपए की प्रोत्सा’हन राशि देने की घो’षणा भी की है। मंत्री रामसूरत राय ने कहा है कि अब उनके कार्यकाल में ट्रांस’फर-पो’स्टिंग का खे’ल और उद्योग नहीं चलेगा और न ही कोई पैरवी चलेगी। बल्कि जिनका बेहतर प्रद’र्शन होगा उन्हें उनके कार्य के अनुसार जिला व ब्लॉक में पदस्था’पित किया जायेगा। उन्होंने विभाग में करीब छह हजार से अधिक कर्मचारियों की कमी बताई। साथ ही सूबे में अंचल अमीन की 80 फीसद कमी और अंचल निरीक्षकों की भी क’मी बताई है। उन्होंने कहा कि ब्लॉक में नियुक्त सीओ या तो प्रोमो’टी हैं या दूसरे विभाग के हैं। विभाग में रिक्तियों को भरने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने औराई के जजुआर में हॉ’स्पिटल और बभनगामा नदी पर पुल बनाने के साथ मनुषमारा नदी को लखनदेई की धा’र से जो’ड़ने की भी भी बात कही है। साथ ही इन नदियों के तटबं’धों को दुरु’स्त करने की जरूरत बताई है।